
भारत की पहली सहकारी राइड-हेलिंग प्लेटफ़ॉर्म ‘भारत टैक्सी’ का पायलट चरण इस नवंबर में दिल्ली में शुरू होने जा रहा है, जिसमें 650 ओनर-ड्राइवर द्वारा संचालित वाहन सड़कों पर उतरेंगे।
इस पहल का नेतृत्व सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड कर रहा है। पायलट चरण का उद्देश्य प्लेटफ़ॉर्म की कार्यप्रणाली का परीक्षण करना और उपयोगकर्ताओं से प्रतिक्रिया एकत्र करना है, ताकि आने वाले महीनों में इसे मुंबई, पुणे, भोपाल, लखनऊ और जयपुर जैसे प्रमुख शहरों में विस्तारित किया जा सके। परियोजना का लक्ष्य वर्ष के अंत तक 5,000 ड्राइवरों को जोड़ने और 2030 तक 1 लाख ड्राइवरों के नेटवर्क तक विस्तार करने का है।
पारंपरिक राइड-हेलिंग प्लेटफ़ॉर्म से अलग, भारत टैक्सी एक सहकारी मॉडल पर कार्य करता है, जिसमें ड्राइवरों को अपनी पूरी किराया राशि मिलती है। उन्हें केवल एक नाममात्र सदस्यता शुल्क देना होता है, जबकि किसी प्रकार का कमीशन नहीं काटा जाता।
इस परियोजना को एनसीडीसी, इफको, अमूल, कृभको, नेफेड, नाबार्ड, एनडीडीबी और एनसीईएल जैसी प्रमुख सहकारी और वित्तीय संस्थाओं का समर्थन प्राप्त है।
भारत टैक्सी ‘डिजिटल इंडिया’ अभियान के अनुरूप डिजीलॉकर, उमंग और एपीआई सेतु जैसे सरकारी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के साथ एकीकृत है, जिससे सेवा वितरण सुरक्षित, पारदर्शी और सुगम बनता है।



