
सहकारिता शिक्षा को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय ने देश के विभिन्न राज्यों में 15 से 20 नए विद्यालय खोलने की योजना बनाई है। इस महत्वाकांक्षी पहल के लिए सहकारिता मंत्रालय ने राज्यों से भूमि और भवन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।
मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस मिशन को सफल बनाने में राज्यों की सक्रिय भागीदारी जरूरी है। इसलिए, राज्यों से अपील की गई है कि वे भारत के पहले सहकारी शिक्षा एवं प्रशिक्षण को समर्पित विश्वविद्यालय-त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी करें।
इस कदम से देश में एक मजबूत और एकीकृत सहकारी शिक्षण तंत्र विकसित करने का मार्ग प्रशस्त होगा।
गौरतलब है कि राज्यों द्वारा भेजे जाने वाले प्रस्ताव सीधे त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय को भी प्रेषित किए जा सकते हैं।