
आंध्र प्रदेश स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक (एपीसीओबी) ने वित्त वर्ष 2024–25 में 46,000 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार किया और 210.78 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया।
31 मार्च 2025 को बैंक की कुल जमा राशि 11,002.43 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 6.75% की वृद्धि को दर्शाती है। ऋण और अग्रिम की राशि बढ़कर 35,425.33 करोड़ रुपये हो गई, जिसमें 5.23% की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि कुल व्यवसाय (जमा और अग्रिम मिलाकर) में 5.58% की वृद्धि देखी गई।
बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता उल्लेखनीय रही, जिसमें सकल एनपीए 0.81% और शुद्ध एनपीए 0% रहा। बैंक का प्रावधान कवरेज अनुपात 100.32% रहा, जो उसके सुदृढ़ जोखिम प्रबंधन दृष्टिकोण को दर्शाता है।
राज्य की शीर्ष सहकारी बैंक के रूप में, एपीसीओबी ने संचालन, संस्थागत क्षमताओं और तकनीकी आधारभूत ढांचे को मजबूत करने हेतु वर्ष भर में एक बहुआयामी विकास रणनीति अपनाई। बैंक का परिचालन लाभ 34.17% की दर से बढ़ा, जिसका श्रेय दक्ष फंड प्रबंधन, लागत में कटौती और ब्याज आय में वृद्धि को जाता है।
पूंजी-जोखिम भारित परिसंपत्तियों का अनुपात (सीआरएआर) 9.60% से बढ़कर 11.15% हो गया, जो बैंक की सुदृढ़ पूंजी स्थिति का संकेतक है।
तकनीकी आधुनिकीकरण के क्षेत्र में, बैंक ने अपने कोर सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अवसंरचना को उन्नत किया, बहु-कारक प्रमाणीकरण (मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन) लागू किया और व्हाट्सएप बैंकिंग जैसी डिजिटल सेवाओं की शुरुआत की। इसके साथ ही, बैंक ने एक डिजिटल मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (एचआरएमएस) भी आरंभ की, जिससे अवकाश प्रबंधन, प्रदर्शन मूल्यांकन और प्रशिक्षण जैसी प्रक्रियाएं अधिक स्वचालित, पारदर्शी और सुलभ हो गईं।
जमीनी स्तर पर दक्षता बढ़ाने हेतु, बैंक ने मानव संसाधन मूल्यांकन समिति (मैनपावर असेसमेंट कमेटी) की सिफारिशों को लागू करते हुए कर्मचारियों की तैनाती का पुनर्गठन किया। साथ ही, कमजोर जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों (डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक्स) के लिए परामर्श कार्यक्रम (मेंटोरिंग इनिशिएटिव) शुरू किया गया, जिसके अंतर्गत सहयोगी टीमें तैनात की गईं।
एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में, आंध्र प्रदेश स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक (एपीएससीबी) ने राज्यव्यापी प्राथमिक कृषि साख समितियों (प्राइमरी एग्रीकल्चरल क्रेडिट सोसाइटीज – पैक्स) के कम्प्यूटरीकरण परियोजना में प्रणाली एकीकर्ता (सिस्टम इंटीग्रेटर) की भूमिका निभाई। केंद्र प्रायोजित इस योजना के तहत की गई पहल को भारतीय सहकारी क्षेत्र में एक मील का पत्थर माना जा रहा है।
आज आंध्र प्रदेश स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक अपनी 465 शाखाओं और इससे संबद्ध 13 जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों के माध्यम से शहरी, अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा दे रहा है और ग्रामीण आजीविका को सशक्त बना रहा है।