
त्रिपुरा स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक (टीएससीबी) की वार्षिक आमसभा का आयोजन अगरतला में किया गया, जिसमें राज्य के सहकारिता मंत्री शुक्लाचारण नोआतिया प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। इस बैठक में वित्त वर्ष 2024–25 के दौरान बैंक की प्रभावशाली वित्तीय और परिचालन उपलब्धियों की जानकारी साझा की गई, साथ ही भविष्य की योजनाओं पर भी चर्चा की गई।
बैंक ने वित्त वर्ष 2024–25 में 6,661.81 करोड़ रुपये का कुल व्यवसाय दर्ज किया, जिसमें 3,932.41 करोड़ रुपये की जमा और 2,729.40 करोड़ रुपये के ऋण शामिल हैं।
टीएससीबी ने 36.56 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया और 25.25 प्रतिशत का पूंजी जोखिम भारित संपत्ति अनुपात (कैपिटल टू रिस्क वेटेड एसेट्स रेशियो) बनाए रखा, जो बैंक की सुदृढ़ वित्तीय स्थिति को दर्शाता है। बैंक का ऋण-जमा अनुपात (क्रेडिट-डिपॉजिट रेशियो) 69.41 प्रतिशत है, जो राज्य के औसत 50 प्रतिशत से काफी अधिक है।
बैठक को संबोधित करते हुए मंत्री नोआतिया ने कहा कि त्रिपुरा स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक राज्य में समावेशी वित्तीय पहुंच को साकार करने में अग्रणी भूमिका निभाएगा। उन्होंने बैंक द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित मजबूत नेटवर्क की सराहना की, जिसमें 66 शाखाएं, 12 स्वचालित टेलर मशीन (एटीएम) और 160 बैंकिंग प्रतिनिधि (बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट) केंद्र शामिल हैं।
टीएससीबी ने 268 सहकारी समितियों को सहायता प्रदान की है, जिनमें 56 बड़े आकार की आदिवासी बहुद्देशीय सहकारी समितियां और 212 प्राथमिक कृषि साख समितियां शामिल हैं। इन प्रयासों ने राज्य में सहकारी ढांचे को और अधिक सशक्त किया है।
सभा के दौरान मंत्री ने पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) डिवाइस और टीएससीबी रूपे प्लेटिनम कार्ड का शुभारंभ किया। बैंक ने हाल ही में 154 नए कर्मचारियों की भर्ती की है, जिससे उसकी सेवाओं का विस्तार और मजबूती सुनिश्चित होगी।
टीएससीबी ने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, स्वावलंबन योजना, मुद्रा योजना, और स्वयं सहायता समूहों जैसी प्रमुख योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया है। प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से बैंक ने सरकारी योजनाओं और सब्सिडी को समय पर लाभार्थियों तक पहुंचाया है।
किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी), ई-केवाईसी, सी-केवाईसी, आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (एईपीएस), डिजिटल डैशबोर्ड, और पॉजिटिव पे प्रणाली जैसी आधुनिक सेवाओं के माध्यम से टीएससीबी एक तकनीक-सक्षम और आधुनिक सहकारी बैंक के रूप में उभरा है।
भविष्य की योजनाओं में बैंक डिजिटल सेवाओं के विस्तार, कृषि ऋण में वृद्धि, और फसल ऋणों पर ब्याज सहायता जैसे कदमों के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। बैठक के दौरान बैंक ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 15 लाख रुपये का चेक भी भेंट किया।
इस अवसर पर टीएससीबी के अध्यक्ष नागधीराज दत्ता, राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के राज्य महाप्रबंधक अनिल एस. काटमारी, तथा प्रबंध निदेशक भजन चंद्र रॉय सहित कई लोग उपस्थित थे।