
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बिहार की राजधानी पटना में केन्द्र और राज्य सरकार की 800 करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि आज सहकारिता क्षेत्र और अन्य विभागों की कई योजनाओं की आधारशिला रखी गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 वर्षों में किए गए विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने गरीबों को घर, बिजली, गैस, पानी, शौचालय, मुफ्त अनाज और चिकित्सा सुविधाएं दी हैं।
शाह ने विपक्षी सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने गरीबों के लिए कुछ नहीं किया, जबकि मोदी सरकार ने 80 करोड़ लोगों को प्रति माह 5 किलो मुफ्त अनाज, 4 करोड़ लोगों को घर, 11 करोड़ गैस सिलेंडर और 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी है।
अमित शाह ने सहकारिता मंत्रालय की स्थापना को एक बड़ा कदम बताया और कहा कि यह मंत्रालय ग्रामीण अर्थव्यवस्था, किसान, महिलाओं, डेयरी, मत्स्यपालन और कृषि क्षेत्र को गति देने के लिए बनाया गया है। उन्होंने कहा कि बिहार के पास भूमि, जल और अन्य प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में हैं, जिससे सहकारिता क्षेत्र को अधिक लाभ मिलेगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विपक्षी सरकारों के कार्यकाल में बिहार में सहकारिता को नष्ट कर दिया गया और सैकड़ों चीनी मिलें बंद हो गईं।
शाह ने कहा कि मोदी सरकार बिहार में बंद पड़ी चीनी मिलों को फिर से शुरू करने का काम करेगी। उन्होंने यह भी बताया कि प्राथमिक कृषि साख समितियों का कम्प्यूटरीकरण हो चुका है और इन्हें जिला स्तरीय बैंकों से जोड़कर वित्तीय रूप से मजबूत किया जा रहा है।
अमित शाह ने कहा कि 1990 से 2005 के बीच बिहार में विपक्षी सरकारों ने हत्या, अपहरण, फिरौती, डकैती और लूटपाट को बढ़ावा दिया, जिससे राज्य को पूरी तरह बर्बाद कर दिया गया। उन्होंने कहा कि उस समय जातीय हिंसा, भ्रष्टाचार और चारा घोटाले के कारण बिहार की छवि खराब हुई थी। वहीं, अब मोदी सरकार के नेतृत्व में बिहार में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के 10 सालों में हर गांव तक सड़क, बिजली और नल का जल पहुंचाया गया है। मोदी सरकार ने पिछले 10 सालों में बिहार को 9.23 लाख करोड़ रुपये की सहायता दी है, जबकि पिछली सरकार ने सिर्फ 2.8 लाख करोड़ रुपये दिए थे। उन्होंने बताया कि बिहार में 4 लाख करोड़ रुपये की लागत से सड़क और पुल, 1 लाख करोड़ रुपये के रेलवे प्रोजेक्ट और 2 हजार करोड़ रुपये के एयरपोर्ट प्रोजेक्ट चल रहे हैं।
आज किए गए लोकार्पण और शिलान्यास में विश्व की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना के तहत 62,500 मीट्रिक टन की भंडारण क्षमता विकसित करने वाली 83.16 करोड़ रुपये की परियोजना, गृह विभाग के 133 पुलिस भवनों का शिलान्यास (लागत 181.14 करोड़ रुपये) और सड़क परिवहन मंत्रालय की तीन परियोजनाएं (लागत 109.16 करोड़ रुपये) शामिल हैं। इसके अलावा, दीप नारायण सिंह क्षेत्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान में बने 27.29 करोड़ रुपये के छात्रावास का उद्घाटन किया गया।
इसके साथ ही, मखाना प्रोसेसिंग सह विपणन केंद्र (46 लाख रुपये) और 2.27 करोड़ रुपये की लागत से बने 11 गोदामों का उद्घाटन भी किया गया। अमृत-1 परियोजना के तहत 421.41 करोड़ रुपये की लागत से बनी 5 पेयजल आपूर्ति योजनाओं का भी लोकार्पण किया गया।
इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि बिहार में मोदी सरकार के नेतृत्व में विकास की नई इबारत लिखी जा रही है और अब राज्य में जंगलराज का युग समाप्त हो चुका है।