हरियाणा राज्य सहकारी चीनी मिलों ने चालू पेराई सीजन के दौरान पिछले 28 दिसम्बर तक 54.89 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर 3.71 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 27.24 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई से 1.94 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन हुआ था .
सहकारी चीनी मिल परिसंघ के एक प्रवक्ता ने बताया कि शाहबाद चीनी मिल में सबसे अधिक 11.43 लाख क्विंटल गन्ना की पेराई हुई. गोहाना चीनी मिल 6.19 लाख टन की पेराई कर दूसरे स्थान पर रही जबकि पानीपत मिल (6.01 लाख क्विंटल) तीसरे स्थान पर.
उन्होंने कहा कि गन्ने के उत्पादन में वृद्धि के लिए विभिन्न योजनाएं लागू की गई हैं, जैसे- कृषि यंत्रीकरण को बढ़ाना और सहकारी चीनी मिलों में विद्युत उत्पादन संयंत्रों की स्थापना. शाहबाद और रोहतक के सहकारी चीनी मिल में 24 और 16 मेगावाट के विद्युत उत्पादन संयंत्रों की स्थापना की गई है और इन संयंत्रों ने काम करना शुरु कर दिया है, उन्होंने कहा.
इसी तरह, पानीपत चीनी मिल में 15 मेगावाट के संयंत्र की स्थापना के लिए एक प्रस्ताव मंजूरी के लिए राज्य सरकार को भेज दिया गया है. 16 मेगावाट का एक बिजली संयंत्र रोहतक में सहकारी चीनी मिल भाली आनंदपुर पर में स्थापित किया गया है जिसमें 180 करोड़ रुपये की लागत आई है. सह उत्पादन योजना करनाल, पावल और पानीपत की सहकारी चीनी मिलों में भी कार्यान्वित की जाएगी, उन्होंने आगे कहा.