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गरीबी हटाने का साधन है सहकारिता- अंतरराष्ट्रीय मंच से एनसीयूआई का ऐलान

ऑल-चाइना फेडरेशन ऑफ सप्लाई एंड मार्केटिंग कॉपरेटिव (एसीएफएसएमसी) और आईसीए-एपी ने हाल ही में चीन में एक इंटरनेशनल कोआपरेटिव समारोह का आयोजन किया। इस समारोह में भारत से एनसीयूआई के प्रतिनिधि के एन सिन्हा और कृभको से एस.एस.यादव में भाग लिया। अंतरराष्ट्रीय मंच से भारतीय प्रतिनिधियों ने दुनिया में गरीबी हटाने में सहकारिता को एक सफल मॉडल के रूप में पेश किया।

समारोह का विषय “कैपेसिटी बिल्डिंग और केस स्टडीज फॉर पावर्टी एलिवेशन थ्रू कॉपरेटिव” था।

इस मौके पर भारतीय प्रतिभागियों ने भारत में गरीबी उन्मूलन नीतियों और  कृषि सहकारी समितियों की भूमिका के बारे में प्रस्तुति पेश की।

इस समारोह में 14 देशों के 32 प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिसमें बेल्जियम, चीन, इथियोपिया, भारत, इंडोनेशिया, कोंगो, मलेशिया, मंगोलिया, नेपाल, फिलीपींस, रूस, दक्षिण अफ्रिका से प्रतिनिधि शामिल थें।

इस समारोह का उद्घाटन एसीएफएसएमसी के उपाध्यक्ष ने किया जबकि आईसीए के महानिदेशक ब्रूनो रोएलंट्स उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि थे।

ब्रूनो रोएलंट्स ने गरीबी को सहकारिता के माध्यम से हटाना और आईसीए की इस संबंध में पहल के बारे में चर्चा की। आईसीए-अफ्रीका की क्षेत्रीय निदेशक डॉ सिफा ने अपने अनुभव को साझा किया और आईसीए-अफ्रीका की ओर से की गई पहल को इस मौके पर उजागर किया।

कई प्रतिभागियों ने अपने-अपने देशों में सहकारी समितियों द्वारा गरीबी हटाने के संदर्भ में किये जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। नेपाल, मंगोलिया, मलेशिया, श्रीलंका, इंडोनेशिया, वियतनाम और दक्षिण अफ्रीका इन चर्चाओं में प्रमुखता से शामिल थे। आईसी-एपी के क्षेत्रीय निदेशक बालू अय्यर ने भी गरीबी हटाने पर अपनी बात रखी।

इस बीच प्रतिभागियों को चीन अंतर्राष्ट्रीय ट्रोपिकल प्रोडक्ट विंटर ट्रेड फेयर का दौरा कराया गया जहां उन्होंने विभिन्न कृषि उत्पादों के बारे में जानकारी इकट्ठा की।

समापन समारोह की अध्यक्षता आईसीए-एपी के क्षेत्रीय निदेशक बल्लू अय्यर ने की। इंटरनेशनल कॉपरेटिव डेवलपमेंट के निदेशक झांग वांगशु इस मौके पर विशिष्ट अतिथि थे।

तकनीकी सत्रों के अलावा, प्रतिभागियों ने फेंगशान चिकन ब्रीडिंग को ऑपरेटिव का भी दौरा किया।

इन देशों की सहकारी समितियों के समक्ष मुद्दों और चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए ब्रिक्स देशों यानी रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के प्रतिभागियों की एक बैठक का आयोजन 13 दिसंबर 2018 को किया गया।

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