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नेफेड: लाभ कमाने के बावजूद लाभांश बांटने में असमर्थ

कई सालों के बाद नेफेड की एजीएम बड़े ही निश्चिंत और शांत माहौल में आरंभ हुई जहां नेताओं और प्रतिनिधियों एक दूसरे को नेफेड के पुनरुत्थान पर बधाई देते दिखे। नेफेड के प्रबंध निदेशक संजीव कुमार चड्डा ने रेखांकित किया कि संस्था अब ऋण मुक्त हो गई है। उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों से आए बड़ी संस्था में प्रतिनिधियों का स्वागत किया।

अपने अध्यक्षीय भाषण में, संस्था के अध्यक्ष वी.आर.वोडा ने बैंकों के साथ वन टाइम सेटलमेंट संभव बनाने के लिए प्रधानमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह को धन्यावद दिया। आज नेफेड सभी कर्ज से मुक्त है”, वोडा ने गर्व से कहा। कृषि सहकारी संस्था की 61वीं एजीएम का आयोजन एनसीयूआई सभागार में किया गया जहां कई साल के बाद पूरा हॉल प्रतिनिधियों से खचा-खचा भरा हुआ था।

नेफेड के पुनरुद्धार में मोदी सरकार के समर्थन को स्वीकार करते हुए, वोडा ने कहा कि सरकार ने हममें विश्वास रखा और जिसके परिणामस्वरूप नेफेड ने पिछले चार वर्षों में 35 हजार करोड़ रुपये के तिलहन और दालें की खरीदी की है। “2017-18 के दौरान, नेफेड ने 17,800 करोड़ रुपये की खरीद की और 226 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया है”, वोडा ने कहा।

नेफेड के अध्यक्ष ने यह भी आश्वासन दिया कि बैंकों के ऋण के भुगतान के साथ ही आय में बढ़ोतरी से नेफेड अगले वर्ष लाभांश देने की स्थिति में आ जाएगी।

अध्यक्ष के बाद, नेफेड के प्रबंध निदेशक संजीव कुमार चड्डा ने अपने भाषण में बताया कि नेफेड ने 11 राज्यों से दालें और तिलहन खरीदे और 226 करोड़ रुपये का परिचालन लाभ अर्जित किया और 250 करोड़ रुपये से अधिक सकल लाभ कमाया। “लेकिन वित्तीय मामलों से अलग नेफेड में लोगों का विश्वास बढ़ा है जिसकी वजह से कई मंत्रालय हमारे साथ जुड़ रहे हैं”, चड्डा ने रेखांकित किया।

चड्डा ने इस मौके पर नेफेड की ओर से की गई कई नई पहलों में सदस्य सोसायटियों को हिस्सा बनने को कहा। उन्होंने कहा कि बीज और बायो-उर्वरक व्यवसाय और बायोमास प्रबंधन इकाइयों की स्थापना उनमें से कुछ हैं। चड्डा ने 45,500 करोड़ रुपये की बैंक गांरटी बढ़ाने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया। चड्डा ने महसूस किया कि नए व्यवसाय में प्रवेश करने से नेफेड को दोगुना लाभ होगा।

इस अवसर पर चंद्रपाल सिंह यादव ने भी भाषण दिया और मांग कि की नेफेड से जुड़े सदस्यों को खरीद में पहली प्राथमिकता दी जानी चाहिए। यादव के इस बयान का दर्शकों ने पुरजोर स्वागत किया। इस मौके पर निर्णय लिया गया कि इस प्रस्ताव को एजीएम के विवरण में शामिल किया जाए और सरकार के पास भेजा जाए।

इसमें कोई शक नहीं कि नेफेड के प्रभावशाली प्रदर्शन के चलते एजीएम में मौजूद लोगों में राहत का भाव था। टेंशन फ्री इस माहौल में नेफेड के पूर्व अध्यक्ष बीजेन्द्र सिंह ने अपने भाषण में हर कथन के बाद दर्शकों से ताली बजाने का आह्रवान कर, माहौल को और भी तनाव मुक्त कर दिया।

नेफेड के उपाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर इस पोर्टल तक को नेफेड के पुनरुत्थान में समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया। संस्था के एक और उपाध्यक्ष दिलीप संघानी विदेश में होने की वजह से इस मौके पर अनुपस्थित थे।

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