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यात्रा लक्ष्य से कमतर नहीं: इफको एमडी का न्यू ईयर संदेश

इफको प्रबंध निदेशक डॉ यू एस अवस्थी हर वर्ष नये साल के मौके पर अपनी टीम के साथ रुबरु होते हैं। इस अवसर पर वे नये साल का संदेश भी लिखते है जिसका इंतजार लोगों को रहता है। उत्साह का खास कारण ये है कि इस संदेश में उर्वरक और रासायनिक तत्वों से परे जीवन के गहन मूल्यों पर अवस्थी अपने विचार रखते हैं। इस बार भी उन्होंने खास अंदाज में कहा कि निसंदेह लक्ष्य महत्वपूर्ण है लेकिन लक्ष्य प्राप्त करने के लिए उठाये गये यात्रा का भी आनंद हम सब को लेना चाहिए। पाठकों को बता दें कि अवस्थी को हाल ही में प्रतिष्ठित इनामदार (लक्ष्मणराव इनामदार को नरेंद्र मोदी के राजनीतिक गुरु के रूप में माना जाता है) पुरस्कार से नवाजा गया था।

उनके शब्द:

दोस्तो,

वर्ष 2019 दस्तक देने वाला है और यह सही समय है कि हम बीते कल की कामयाबियों और सीखों से प्रेरणा लेते हुए भविष्य के लिए नए लक्ष्य तय करें। पर हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि यात्रा अपने अंत से कहीं अधिक महत्वपूर्ण होती है।

नौका के सहारे सागर किनारे तक पहुँचना उतना रोमांचक नहीं होता जितना कि किनारे तक नौका का वह सफर। विशाल सागर के दुष्कर हिस्सों को पार करने के दौरान मिली छोटी-छोटी जीत में ही सफलता छिपी है।

जीवन भी सागर की तरह है। हमें अनजानी रुकावटों से डरने की जगह उन्हें नए अवसर की तरह गले लगाना चाहिए।

इफको में हम सदैव इस दर्शन में विश्वास करते हैं। हमारी यह कोशिश रही है कि जोखिम उठाकर भी किसानों को बेहतर दे पाएँ। हर साल किसानों के हित में हम कुछ नया करने की कोशिश करते हैं। वर्ष 2018 में भी हमने ऐसा ही किया है।

2018 में हमने जल में घुलनशील उर्वरकों, सूक्ष्म पोषकतत्वों और नैनो-उर्वरकों जैसे विशेष पोषकतत्वों और ग्रोथ-प्रमोटरों को विकसित करने और प्रचारित करने की दिशा में कदम उठाए थे। आने वाले समय में हम इसे और आगे बढ़ाएँगे। हमारा लक्ष्य उत्पाद श्रेणी में विशेषज्ञों द्वारा विकसित पोषक तत्वों को जोड़ने का है। ये उर्वरक समय की जरूरत हैं और इनसे कृषि संकट को कम करने और किसानों की आमदनी को दोगुना करने में निश्चय ही मदद मिलेगी। हमारे इन प्रयासों से किसान को ‘प्रति बूंदअधिक फसल’ पाने में मदद मिलेगी।

हमने उत्पादन और विपणन के क्षेत्र में क्षमता वृद्धि हेतु कई गंभीर कदम उठाए हैं। मुझे यह साझा करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि इन प्रयासों के परिणाम आने शुरू हो गए हैं और मुझे पूरा भरोसा है कि 2019 में सुधार लाने में ये काफी मददगार साबित होंगे।

मुझे खुशी है कि इफको फिर से दुनिया की नंबर एक सहकारी संस्था(वर्ल्ड कोआपरेटिव मॉनीटर,2018 द्वारा प्रति व्यक्ति जीडीपी के आधार पर) बन गई है। मैं इस उपलब्धि को इफको परिवार के प्रत्येक सदस्य को समर्पित करताहूँ। उनके अथक प्रयास और समर्पण के कारण ही यह संभव हो सका है।

इस तरह की उपलब्धियों से हमारा आत्मविश्वास बढ़ताहै। लेकिन हमें इतने से संतुष्ट नहीं होना है और अति-आत्मविश्वास से भी बचना है। साथ ही हमें भारतीय किसान को सशक्त बनाने और भारतीय कृषि में सुधार के हमारे लक्ष्य को सदैव याद रखना है। खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में कदम रखकर हमनें ऐसा ही एक प्रयास किया है। हमने पंजाब में एक प्रायोगिक परियोजना शुरू की है। हमारा लक्ष्य इस मॉडल को पूरे देश में फैलाना है। हमारे ई-कॉमर्स प्लैटफ़ार्म के जरिए किसानों को अपनी उपज का सर्वोत्तम मूल्य प्राप्त करने में और अधिक मदद मिलेगी।

ये ‘समाधान’ शुरुआती कदम मात्र हैं। भविष्य में हम अपने तरकश में ऐसे अनेक नए-नए और मितव्ययी समाधान लेकर आना चाहते हैं। ‘प्रौद्योगिकी’ और ‘परंपरा’ के बीच सामंजस्य बैठाते हुए हमारा लक्ष्य भारतीय किसान को कृषि और प्रौद्योगिकी में सर्वश्रेष्ठ बनाना है। हमें यह लक्ष्य पर्यावरण को कम से कम नुकसान पहुंचाते हुए हासिल करना है।

मुझे उम्मीद है कि भारत और पूरी दुनिया को हरित, स्वच्छ और स्वस्थ कल प्रदान करने के इफको के मिशन में आप पूर्ण सहभागी बनेंगे।

मैं आपको और आपके परिवार को नए साल की शुभकामनाएं देते हुए आपके समर्थन और सहयोग के लिए आपका हृदय से धन्यवाद करता हूं।

उदय शंकर अवस्थी

 

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