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सिक्किम में सबसे बड़ी जैविक प्रसंस्करण इकाई की शुरुआत; इफको और सिक्किम सरकार ने मिलाया हाथ

सिफको ने पहले ही यूएसए और यूरोपीय संघ के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं

सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने पूर्वी सिक्किम के रंगपो में इफको ऑर्गेनिक्स लिमिटेड की एकीकृत जैविक खाद्य प्रसंस्करण इकाई की आधारशिला रविवार को कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में रखी। इस परियोजना की प्रारंभिक लागत 50 करोड़ रुपये है। इसका विनिर्माण 2020 के दिसंबर से शुरू होगा।

एक उच्च स्तरीय सम्मेलन में केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, सिक्किम विधान सभा के अध्यक्ष एल बी दास, सिक्किम सरकार के कृषि मंत्री लोक नाथ शर्मा और इफको के प्रबंध निदेशक डॉ.उदय शंकर अवस्थी समेत अन्य उपस्थित रहे।

सिक्किम इफको ऑर्गेनिक्स लिमिटेड उर्वरक क्षेत्र की दुनिया की सबसे बड़ी सहकारी संस्था इफको (इंडियन फरमर्स फर्टिलाइज़र कोआपरेटिव लिमिटेड) और सिक्किम सरकार का संयुक्त उद्यम है। इसका गठन देश के जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने और विपणन करने के लिए किया गया है, खासकर सिक्किम राज्य और देश के अन्य पूर्वोत्तर राज्यों से।

सिक्किम इफको बड़ी इलायची, अदरक, हल्दी और कुट्टू जैसी प्रमुख वाणिज्यिक फसलों में कारोबार करती है। सिफको (SIFCO) के सभी उत्पाद प्रामाणिक रूप से 100% जैविक होंगे जिससे प्रकृति को कोई नुकसान नहीं होगा।

इस अवसर पर बोलते हुए सिक्किम के मुख्यमंत्री श्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि सिक्किम भारत का पहला राज्य है जो 100% जैविक है। स्थायी कृषि और ग्रीन हिमालयन इकॉनमी को बढ़ावा देने के लिए यह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि यह संयुक्त उद्यम सुरक्षित खाद्य आपूर्ति श्रृंखला और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह संयुक्त उद्यम सिक्किम राज्य द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने के भारत सरकार के मिशन को पूरा करने में मददगार साबित होगा। उन्होंने सिक्किम के किसानों से अपील की कि वे न केवल भारत के किसानों के लिए बल्कि दुनिया के किसानों के लिए जैविक खेती के ऐसे उच्च मानक स्थापित करें कि हम जैविक खेती के माध्यम से लाभ कमा सकते हैं।

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने देश में जैविक कृषि को मजबूत करने और स्थानीय किसानों को आजीविका प्रदान करने वाली इफको और सिक्किम सरकार की इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे कृषि पर निर्भर भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में मदद मिलेगी।

यह परियोजना माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की राजनीतिक सोच के साथ-साथ देश में जैविक खेती को बढ़ावा देगी। इसे 2020 तक किसानों की आय दोगुनी करने में मदद मिलेगी।

इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने कहा कि इफको में ऑर्गेनिक्स के नए युग की शुरुआत हुई है। उन्होंने आगे कहा कि किसान खाद्य प्रसंस्करण को अपनाकर बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण फसलों का मूल्यवर्धन करता है और यह भी सुनिश्चित करता है कि किसान अपनी उपज से अधिक से अधिक लाभ कमाएं।

इफको का उद्देश्य है कि नए दशक की शुरुआत देश के किसानों के लिए सतत और पर्यावरण हितैषी कृषि के साथ हो। सिफको दुनिया भर में इन प्रमाणित जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने और सिक्किम राज्य की 100% जैविक छवि को मजबूत करने में मददगार होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि इफको ने जैविक उर्वरकों की शुरुआत करके मिट्टी की उर्वरता और पारिस्थितिकी स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए समर्पित प्रयास किए हैं।

पाठकों को याद होगा कि इफको ने ब्लॉसम बायोडायनामिक्स, यूएसए और सेंटार डॉ रुडोल्फा स्टीनरा, क्रोएशिया के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किये हैं।

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