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कृभको ने कमाया अब तक का सर्वाधिक लाभ, दिया 20 प्रतिशत लाभांश

उर्वरक सहकारी संस्था कृषक भारती कोऑपरेटिव लिमिटेड (कृभको) ने वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान 205.54 करोड़ रुपये का कर-पूर्व लाभ अर्जित करके उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। सोसायटी ने इक्विटी पूंजी पर 20% का लाभांश घोषित किया है। कृभको ने अपने इतिहास में अब तक का सर्वाधिक लाभ कमाया है

एजीएम की कार्यवाही सकारात्मक बातचीत के साथ संपन्न हुई। चेयरमैन चंद्र पाल सिंह यादव और एमडी एन समशिवा राव दोनों ने अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स और समर्पित स्टाफ-सदस्यों की सराहना की।

इस अवसर पर अपने भाषण में चन्द्र पाल ने सूचित किया कि कृभको का कर-पूर्व लाभ 205.54 करोड़ रुपये रहा और निवल मूल्य वर्ष 2017-18 के 3,413.05 करोड़ रुपये से बढ़कर 31 मार्च, 2019 को समाप्त वर्ष के लिए 3507.88 करोड़ रुपये हो गया।  

यादव ने कहा कि वर्ष 2018-19 के दौरान क्रमशः 106.74% और 109.39% की क्षमता उपयोग के साथ इसका यूरिया उत्पादन 23.42 लाख मीट्रिक टन और अमोनिया उत्पादन 13.65 लाख मीट्रिक टन था। सोसाइटी के उत्पाद की टोकरी में न केवल नीम कोटेड यूरिया बल्कि जैव उर्वरकखादप्रमाणित बीजबीटी कपास के बीजसंकर बीजएसएसपीजिंक सल्फेट और आयातित डीएपी, एमओपी और एनपीएस शामिल हैं। कृभको ने 2018-19 के दौरान सर्वाधिक 53.16 लाख मीट्रिक टन उर्वरकों की बिक्री की।

कृभको की 100% सहायक कंपनी “कृभको इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (क्रिलपैन इंडिया के आधार पर श्रेणी-लाइसेंस के तहत आठ कंटेनर रेक का संचालन कर रही है। रणनीतिक प्रयासों के कारण  क्रिल का राजस्व वित्त वर्ष के दौरान 186.65 करोड़ रुपये में दर्ज किया गया हैजो अब तक का सबसे अधिक है।

कृभको की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी “कृभको फर्टिलाइजर्स लिमिटेड” (केएफ़एलने 10.64 लाख टन यूरिया और 6.45 लाख मीट्रिक टन अमोनिया का उत्पादन किया हैजिसमें क्रमशः 123.05% और 128.68% की क्षमता का उपयोग हुआ है।

गत बुधवार को दिल्ली में आयोजित 39वीं वार्षिक आम सभा में सोसायटी के वार्षिक खातों को सदस्यों द्वारा अनुमोदित किया गया। सभा की अध्यक्षता डॉ. चंद्र पाल सिंह ने की और कृभको के निदेशक तथा देश के अलग-अलग हिस्सों के सदस्य सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

कृभको के उर्वरक जटिल संयंत्र हजीरा (गुजरात) ने वर्ष के दौरान अपने अच्छे प्रदर्शन को बनाए रखा है। कृभको 31 मार्च 2020 तक इस विनिर्माण इकाई में यूरिया की 5.5 डीसीएएल/एमटी की संशोधित ऊर्जा खपत मानदंडों को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान इसने 13.65 लाख मीट्रिक टन अमोनिया और 23.42 लाख  मीट्रिक टन यूरिया का उत्पादन हासिल कियाजो अमोनिया के लिए 109.39% और यूरिया के लिए 106.74% की पोस्ट रिवैम्प क्षमता उपयोग से मेल खाती है”, – चंद्र पाल ने कहा।

विपणन के मोर्चे परसोसाइटी ने देश के दूसरे सबसे बड़े उर्वरक विपणनकर्ता  के रूप में अपनी स्थिति को बेहतर बनाया है और बनाए रखा है।  एक किसान संगठन होने के नातेकृभको मुफ्त मिट्टी परीक्षणकिसानों की शिक्षा और एकीकृत कृषि को बढ़ावा देने के आधार पर उर्वरकों के विवेकपूर्ण उपयोग के साथ खेती की लागत में कमी करके वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की सरकार की पहल का समर्थन कर रहा है।  कृभको ने अपने “ग्रामीण विकास ट्रस्ट” के माध्यम से “किसान उत्पादक संगठन” (एफपीओ) के गठन की भी सुविधा प्रदान की है”, – कृभको  के प्रबंध निदेशक -एन समासिवा राव ने कहा।

इस अवसर परकृभको ने देश के सहकारी आंदोलन में अपने समर्पित प्रयासों के माध्यम से समाज पर छाप छोड़ने वाले दो प्रतिष्ठित सहकरिता नेताओं को सम्मानित किया। “सहकारिता शिरोमणि” सम्मा बिहार के रमजान अंसारी को प्रदान किया गया और “सहकारिता विभूषण” सम्मान गुजरात के मगनलाल प्रेमजीभाई घोनिया को दिया गया।

रमजान अंसारी भभुआ (बिहार) के एक गतिशील सहकारिताकर्मी और किसान हैं।  उन्होंने सहकारिता के विकास के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है। मगनलाल  प्रेमजीभाई घोनिया एक गतिशील सहकारिताकर्मी और एक महान नेता हैंजो सहकारिता के विकास और ग्रामीण समुदाय के उत्थान की दिशा में जी-जान से समर्पित हैं।

संजय सिंह, जीएम (पब्लिक रिलेशन) द्वारा संपूर्ण एजीएम कार्यवाही का कुशल संचालन विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा।  500 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया और वे सभी हर तरह से पूरी तरह संतुष्ट थे।

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