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एनसीडीसी ने की ग्लोबल सहकारी मेले की घोषणा

नई दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू भवन में पिछले सप्ताह एनसीडीसी ने विदेशी राजनयिकों की उपस्थिति में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेले (आईआईसीटीएफ) की घोषणा की। इस अवसर पर उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत मुख्य अतिथि थे। यह मेला 11 से 13 अक्टूबर 2019 को प्रगति मैदान, नई दिल्ली में होना है।

एनसीडीसी के एमडी सुदीप नायक, मनोज के. भारती अतिरिक्त सचिव (ईडी एवं राज्यों) और जे.पी. मीना वरिष्ठ सलाहकार (एनसीडीसी) ने आईआईसीटीएफ के महत्व पर विस्तार से बात की और विदेशी राजनियकों से अपने देश को इस मेगा इवेंट का हिस्सा बनाने के लिए अनुरोध किया।

ब्रीफिंग के दौरान 50 से अधिक देशों के राजदूत उपस्थित थे। इस अवसर पर आरबीआई सेंट्रल बोर्ड के निदेशक सतीश मराठे, नेफेड के एमडी संजीव कुमार चड्डा, इफको के मार्केटिंग हेड योगेंद्र कुमार, नेफस्कॉब के एमडी भीमा सुब्रह्मण्यम, फिशकॉफेड के एमडी बि.के. मिश्रा और भारत के अन्य सहकारी नेता उपस्थित थे।

दूतावासों और उच्च आयोगों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए एनसीडीसी के एमडी सुदीप नायक ने आगामी व्यापार मेले के महत्व पर चर्चा की और उनसे इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आग्रह किया।

इस आयोजन की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए नायक ने कहा, “यूएन-एफ़एओ/आईएलओ/आईसीए, एनईडीएसी ने अपनी आम-सभा में आईआईसीटीएफ के विचार को रखा था और एनडीसीडी  ने इस व्यापार मेले की सर्वप्रथम मेजबानी करने का निर्णय लिया था”। नायक ने समझाया कि यह मेला मूल रूप से ‘बी2बी’ की तर्ज पर ‘सहकारी टू सहकारी’ (सी2सी) को बढ़ावा देने का एक विचार है, जो आम तौर पर इन दिनों देखा जाता है”।  

नायक ने यह भी कहा कि यह मेला सहकारी समितियों को व्यापार के लिए एक मंच प्रदान करेगा और उन्हें मानकीकृत गुणवत्ता, बिक्री संवर्धन, विपणन, ‘बी2बी’, नेटवर्किंग और कई अन्य चीजों के अवसर के साथ सुनिश्चित पैमाने पर अर्थव्यवस्थाओं का लाभ उठाने में मदद करेगा।

नायक ने बताया कि सहकारी, निजी, व्यक्तिगत या सरकार में से कोई भी इस आयोजन में भाग ले सकता है। आगंतुकों का प्रवेश नि:शुल्क है। निडाक सदस्यों के लिए कोई भी पंजीकरण शुल्क नहीं लगेगा। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आईआईसीटीएफ के बारे में प्रचार करने के लिए एनसीडीसी ने बैंकॉक (थाईलैंड) और हो-ची-मिन्ह-सिटी (वियतनाम) में रोड शो का आयोजन किया था। जून माह में जोहान्सबर्ग (दक्षिण अफ्रीका) में भी एक रोड शो का आयोजन होने जा रहा है। इस व्यापार मेले को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत की जा रही है।

अपर सचिव (ईडी एंव राज्यों) मनोज के. भारती ने भारत के सहकारिता आंदोलन की संरचना पर जोर दिया और कहा कि सहकारी समितियों की प्रत्येक क्षेत्र में पहुंच है। “भारतीय सहकारी आंदोलन” ने देश के समग्र आर्थिक विकास को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

इस अवसर पर भारती ने कहा, “भारत का सहकारिता आंदोलन तेजी से आधुनिकीकरण हो रहा है और किसानों को शिक्षित करने, नई कृषि प्रौद्योगिकी, क्षमता निर्माण और कई अन्य चीजों के बारे में जानकारी प्रसारित की जा रही है।”

एनसीडीसी  के वरिष्ठ सलाहकार जे.पी. मीना ने कहा कि भारत में 90 प्रतिशत से अधिक छोटे और सीमांत किसान सहकारी समितियों के साथ जुड़े हुए हैं। मेले के लाभों पर चर्चा करते हुए, उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों को बहु-राष्ट्रीय कंपनियों, निजी कंपनियों और निजी व्यापारियों के साथ बातचीत करने के लिए एक मंच प्रदान करना ही इस मेले का मुख्य उद्देश्य है। इससे उन्हें अपने लिए एक नेटवर्क बनाने में मदद मिलेगी, उन्होंने रेखांकित किया।

अपने भाषण में उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने मेगा ट्रेड फेयर के आयोजन और राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय सहकारी समितियों को एक छत के नीचे अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने के लिए एनसीडीसी का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “मैं उत्तराखंड को इस आयोजन का भागीदार बनाने के लिए एनसीडीसी का हार्दिक धन्यवाद करता हूँ।”

इस अवसर पर आईआईसीटीएफ पर एक लघु फिल्म भी दिखाई गई। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार उम्मीद है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी इस मेले का उद्घाटन करेंगे।

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