सहकारी शिक्षा का राष्ट्रीय केंद्र एनसीसीई ने मत्स्य सहकारी समितियों के अध्यक्ष और निदेशकों के लिए प्रबंधकीय कौशल विकास के लिए नेतृत्व विकास कार्यक्रम का आयोजन पिछले सप्ताह नई दिल्ली में किया।
एनसीसीई द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यूपी, बिहार, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, असम, उड़ीसा और तेलंगाना राज्यों से करीब 49 प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों के नेतृत्व की गुणवत्ता को विकसित करना है।
प्रतिभागियों को एक-दूसरे के साथ चर्चा करने का मंच प्रदान किया गया और सहकारी समितियों के समुचित कार्य और चुनौतियों का सामना कैसे किया जाए इन विषयों पर भी चर्चा हुई। चर्चा में निदेशक मंडल की भूमिका और जिम्मेदारियों पर भी बात हुई।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए एनसीयूआई के सीई डॉ दिनेश ने कहा कि मत्स्य क्षेत्र गुणवत्ता मछली लाभकारी मूल्य पर उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस अवसर पर टी.एस.राव, महाप्रबंधक, कृभको, एच.आर.सिंह, उप प्रबंधक मौजूद थे।
कोर्स के दौरान, फिस्कोफॉड के एमडी बी.के.मिश्रा ने मछुआरा सहकारी आंदोलन पर प्रस्तुति पेश की और संबंधित विषयों पर चर्चा की।
डॉ वी.के.दुबे, निदेशक, एनसीसीई ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान प्राप्त ज्ञान को बेहतर परिणाम के लिए व्यावहारिक स्थितियों में उपयोग किया जाए।
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