इफको

इफको स्मार्ट सिटी के पक्ष में :एमडी

जब से इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी ने इफको इकाइयों के निकट के शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने का  विचार दिया है तब से सहकारी संस्था इफको इस कार्य पर खरा उतरने के लिए जुठ गई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने 2015-16 के बजट में भी 100 शहरों को स्मार्ट शहरों में परिवर्तित करने का संकेत दिये हैं।

डॉ यू.एस.अवस्थी ने रविवार को ट्वीट में लिखा कि “मैं इफको की इकाइयों के प्रमुखों और सीनियर कार्यकारी निदेशक से आग्रह करता हूं कि वे अपने टाउनशिप को स्मार्ट टाउनशिप में परिवर्तित करें।

अवस्थी के कई समर्थकों और इफको के अधिकारियों ने इस विचार का स्वागत किया और वचन दिया कि इस नेक काम के लिए वे उनके साथ हैं।

कुछ लोगों ने महसूस किया कि इफको भारत सरकार से पहले इस कार्य को कम समय में समाप्त कर देगा और एमडी के समर्थक ने ट्वीट में लिखा कि “डॉ अवस्थी सर आपका विचार दूरदर्शी है।  हम लोगों को लगता है कि इस कार्य को करने में हमें भारत सरकार से कम समय लगेगा”।

एक समर्थक ने ट्वीट में लिखा कि “आदरणीय महोदय, यह एक महान विचार है। हम अपनी टाउनशिप को स्मार्ट टाउनशिप में परिवर्तित करेंगे और भारत सरकार के सामने एक उदाहरण पेश करेंगे।

इस काम को कैसे किया जाये इस पर भी प्रतिभागियों ने अपने विचार देना शुरू कर दिया हैं। एक ने सुझाव दिया कि टाउनशिप द्वारा उतपन्न जैव कचरे का इस्तेमाल अतिथि गृहों के लिए रसोई गैस के उत्पादन के लिए  किया जाए।

इफको की आंवला इकाई की एक अधिकारी श्रीमति सीमा गैर ने अवस्थी के ट्वीट में लिखकर उन्हें आश्वस्त किया कि आंवला इकाई पहले से ही सार्वजनिक इमारतों में और वरिष्ठ अधिकारियों के टाउनशिप में वाई-फाई सेवा उपलब्ध करा रही है।

इससे पहले इफको की इकाइयों ने अपने आप को स्वच्छ भारत अभियान से भी जोड़ा था। सहकारी समितियों कॉरपोरेट्स से बेहतर ढंग से कार्य करके जनता का ध्यान अकर्षित कर सकती हैं। इफको की नवीनतम पहल पर अपनी टिप्पणी में एक कॉपर्रेटर ने कहा कि अगर इस तरह की गतिविधियों से सहकारी क्षेत्र जुड़ा रहा तो वह समय दूर नहीं जब सहकारी आंदोलन बहुत तेजी से आगे बढ़ने में सफल होगा।

 

 

Tags
Show More

Related Articles

Back to top button
Close