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कॉसमॉस बैंक द्वारा धोखाधड़ी का पता लगाने वाला सॉफ्टवेयर विकसित

देश में सबसे तेजी से बढ़ता यूसीबी – कॉस्मॉस बैंक ने आईटी शास्त्र के सहयोग से एक सॉफ्टवेयर विकसित किया है जो बैंकों में धोखाधड़ी का पता लगाने में एक लंबा रास्ता तय करेगा – बैंक की एक प्रेस विज्ञप्ति में यह दावा किया गया है।

कॉसमॉस सहकारी बैंक लिमिटेड की सहयोगी कंपनी – कॉसमॉस ई-सोल्यूशंस ऐंड सर्विसेज प्रा.लि. ने “आईटी शास्त्र” के साथ मिलकर “RX office AML” नाम का एक नया सॉफ्टवेयर बाज़ार में उतारा है।

कॉसमॉस ईसोलुशन के अध्यक्ष सुनील सबनीस, वरिष्ठ निदेशक- डॉ मुकुंद अभ्यंकर, प्रबंध निदेशक- वसंत मानवदकर और प्रबंध निदेशक- विक्रांत पोनक्षे की उपस्थिति में इस नए सॉफ्टवेयर को पिछले सप्ताह पुणे में लॉन्च किया गया। इस अवसर पर कॉसमॉस ई-सोल्यूशंस ऐंड सर्विसेज प्रा.लि. के निदेशक – आशुतोष जोशी और ‘आईटी शस्त्र’ के सीईओ- प्रसाद नागूल भी उपस्थित थे।

लॉंच के दौरान वसंत मानवदकर ने बताया कि यह एक उत्कृष्ट नवीनतम, एंटी मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी का पता लगाने में सक्षम सॉफ्टवेर है जो पूरे भारत में केवआईसी और एंटी मनी लॉन्ड्रिंग की सूचना रखने में बैंकों की मदद करेगा। यह विभिन्न आवश्यक रिपोर्ट जैसे ‘सीटीआर’, ‘एसटीआर’, ‘एनटीआर’, ‘सीसीआर’, ‘CBWT’, ‘वॉक इन कस्टमर’, आदि बनाने में भी सहायता करेगा।

यह सॉफ्टवेयर उपयोगकर्ता के अनुकूल है और नवीनतम प्रौद्योगिकी का उपयोग कर बनाया गया है। यह सॉफ्टवेयर पुणे, मुंबई, ठाणे में आईटी शास्त्र के कार्यालयों के साथ-साथ पूरे भारत में उनके वितरण केन्द्रों में उपलब्ध है।

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