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गुजरात सहकारी महासम्मेलन का उद्घाटन नरेन्द्र मोदी ने किया

गुजरात सहकारी महासम्मेलन का उद्घाटन गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया। गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सहकारी क्षेत्र को सतत शुद्धीकरण की आवश्यकता है। लोगों के भरोसे को बनाए रखने के लिए सहकारी क्षेत्र को दागरहित रखना होगा, श्री मोदी ने कहा।

भारतीय सहकारिता से बात करते हुए गुजरात सहकारी संघ के अध्यक्ष श्री जी. एच. अमीन ने बताया कि समारोह में करीब 3000 जिला तथा राज्य स्तरीय सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। राज्य शिक्षा एवं कानून मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा, राज्य कृषि एवं सहकार मंत्री बाबूभाई बोखिरिया, जीसीएमएमएफ के अध्यक्ष विपुल चौधरी, पूर्व राय मंत्री नरहरिभाई अमीन, पूर्व सहकार मंत्री दिलीप भाई संगाणी और स्टेट सहकारी बैंक के अध्यक्ष अजय पटेल उपस्थित थे। गुजरात सहकारी कांग्रेस राज्य में हर तीन वर्ष में आयोजित की जाती है, श्री जी. एच. अमीन ने कहा।

मोदी ने कहा कि गुजरात ने सहकारी क्षेत्र में उच्च नैतिकता और मानकों को स्थापित किया है जिससे दुनिया में सहकारी क्षेत्र ने अनूठी पहचान और ख्याति प्राप्त की है।
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मोदी ने कहा कि सहकारी संस्थाओं को खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उनको प्रायोजित करना चाहिए।

नाबार्ड के संदर्भ में मोदी ने कहा कि सहकारिता राज्य का विषय है, ऐसे में नाबार्ड नए नियम बनाने वाला कौन होता है। गुजरात और अन्य राज्यों ने नाबार्ड के परिपत्र का विरोध किया है, मोदी ने कहा। मोदी ने यह भी कहा कि नाबार्ड को कॉपरेटिव फेडरल स्ट्रक्चर का सम्मान करना चाहिए।

नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के दूध को अन्य राज्यों कर पहुँचाने के लिए केंद्र सरकार से रेल्वे की मदद देने का आग्रह किया है। इसके अलावा मोदी ने केंद्र सरकार की कई नीतियों जैसे फ्री ट्रेड एग्रीमेंट, पिंक रेव्यूलेशन आदि का विरोध करते हुए कहा है कि इन नीतियों से सहकारी डेयरियों और किसानों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता है।

नरेन्द्र मोदी ने बताया कि उनकी सरकार ने वित्तीय संकट से घिरी चार सहकारी बैंकों की 80 करोड़ रुपए की राशि देकर मदद की है। बैधनाथन कमेटी के कारण 260 करोड़ रुपए की सहकारिता की हक की बकाया राशि को देने का आग्रह केंद्र सरकार से किया है।

सहकारी क्षेत्र को स्वयं के अस्तित्व के पीछे पवित्र मूल्यों का पोषण करने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए। गुजरात सरकार द्वारा सहकारी गतिविधियों में हस्तक्षेप करने का कोई सवाल ही नहीं उठता है, मोदी ने कहा।

गुजरात सहकारी संघ के अध्यक्ष श्री जी. एच. अमीन ने अपने अध्यक्षीय भाषण में नाबार्ड द्वारा पैक्स को डिस्ट्रिक्ट कॉपरेटिव बैंक में मर्ज किए जाने के फैसले पर कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि इससे सहकारिता की नींव हिल जाएगी। इससे किसानों को गाँव से वित्तीय सहायता नही मिल पाएगी परिणामस्वरुप किसानों को पैसे के लिए उसके जिले तक जाना पड़ेगा जो कि असुविधाजनक होगा, जिसके चलते उसे सहकारी क्षेत्र के बाहर से गाँव के साहूकारों के पास से पैसा लेना पड़ेगा, हम इसका कड़ा विरोध करते है, उन्होंने कहा।

श्री अमीन ने कहा कि हमारी डेयरी, शुगर सहकारी क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रहे है लेकिन क्रेडिट सेक्टर में अर्बन कॉपरेटिव बैंकों का कार्य निराशाजनक रहा है। जिसके कारण सहकारी बैंको में कमी आई है इसमें सुधार लाने की जरुरत है, श्री अमीन ने कहा।

इससे पहले श्री अमीन ने गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को सहकारी पगड़ी पहनाकर उनको सम्मानित किया।
सम्मेलन गुजरात राज्य सहकारी संघ के तत्वावधान में अडालज में आयोजित किया गया।

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