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कॉपरेटिव कांग्रेस में सहकारिता को टैक्स मुक्त रखने की माँग

एनसीयुआई द्वारा आयोजित दो दिवसीय 16वें सहकारी महासम्मेलन का समापन समारोह बुधवार को एनसीयुआई सभागार में किया गया। समारोह में पंजाब के गवर्नर शिवराज वी पाटिल बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।

अपने उद्बोधन में श्री शिवराज वी पाटिल ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण, शिक्षा तथा विज्ञान और तकनीकी क्षेत्रों में शोध करके सहकारिता को इन क्षेत्रों में प्रवेश करना चाहिए। देश में आर्थिक उन्नति सहकारिता से संभव है क्योंकि यह मध्यम मार्ग का प्रतीक है, श्री पाटिल ने कहा।

श्री पाटिल ने कहा कि एनसीयुआई द्वारा आयोजित कांग्रेस इसलिए अहम है क्योंकि इसमें निष्कर्ष निकाले जाते है
और उस पर अमल किया जाता है।

समारोह की अध्यक्षता उत्तरप्रदेश के सहकारिता मंत्री शिवपाल यादव ने की। अपने भाषण में शिवपाल यादव ने कहा कि जब तक प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों को मजबूत नही किया जाता तब तक सहकारिता आंदोलन को मजबूत नही किया जा सकता है। केन्द्र तथा राज्य सरकारों को अपने बजट में सहकारिता का विशेष ध्यान रखना चाहिए, श्री यादव ने कहा।

श्री यादव ने कहा कि सहकारी समितियों को मजबूत करने के लिए बैधनाथन कमेटी की सिफारिशों को उत्तरप्रदेश में अपना लिया गया है। उत्तरप्रदेश में सहकारी चुनाव संपन्न करवा लिए गए है। श्री यादव ने कहा कि बैधनाथन कमेटी से उत्तरप्रदेश की सहकारी समितियों को 922 करोड़ रुपए अभी तक नही मिला है।

श्री यादव ने कहा कि 2010 में डीएपी खाद की बोरी 400रु. थी जो कि अब बढ़कर 1100 रु. हो गई है इस तरह से कृषि उत्पादों के पैसे बढ़ाकर भी किसानों और मजदूरों को लाभान्वित किया जा सकता है, श्री यादव ने कहा।

केन्द्रीय उर्वरक और रसायन राज्य मंत्री श्रीकांत जेना ने कहा कि जवाहर लाल नेहरु ने सहकारिता को आगे बढ़ाने के हर संभव प्रयास किए और वह सफल भी रहे। वर्तमान में संसद और विधानसभा में सहकारिता से जुड़े कई लोग है लेकिन उनमें सहकारिता के प्रति वैसा उत्साह, जोश और गंभीरता नदारद रहती है, श्री जेना ने कहा।

इससे पहले समापन समारोह की शुरुआत एनसीयुआई के अध्यक्ष डॉ. चंद्रपाल यादव के स्वागत भाषण से हुई। इसके बाद एनसीयुआई के कार्यकारी अधिकारी डॉ. दिनेश ने कई महत्वपूर्ण सिफारिशों का विवरण प्रस्तुत किया। कॉपरेटिव कांग्रेस में सहकारिता को टैक्स मुक्त रखने की माँग पर बल दिया गया। इस दो दिवसीय समारोह में करीब 2000 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

समारोह के अंत में कृभको ने उत्तराखण्ड में कुदरती त्रासदी से पीड़ित लोगों के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष के लिए श्रीकांत जेना को एक करोड़ रुपए का चेक भी दिया। समापन समारोह में कई सहकारी संस्थाओं को अवार्ड भी दिए गए।

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