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वैकुंठ मेहता व्याख्यान: प्रभु ने मोदी के समर्थन का आश्वासन दिया

भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ द्वारा 18वीं वैकुंठ भाई मेहता स्मृति व्याख्यान देते हुए सोमवार को सुरेश प्रभाकर प्रभु, केंद्रीय रेलवे मंत्री ने कहा कि “भारत विकास मॉडल“ को विकसित करने की आवश्यकता है जिसमें सहकारिताओं की भूमिका प्रमुख होगी। उन्होंने कहा कि चूँकि सहकारिताओं की पहुंच ग्रामीण इलाकों में अधिक है इसलिए सहकारी संस्थाएं एक सशक्त आर्थिक माध्यम है, इस दिशा में वह निजी कंपनियों से आगे है, क्योंकि इन कंपनियों की पकड़ ग्रामीण इलाकों में बहुत कम है।

श्री प्रभु ने आगे कहा कि सरकार के “मेक इन इंडिया“ और “डिलीटल इंडिया“ में सहकारिताओं की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है क्योंकि इनका विस्तृत नेटवर्क चारों तरफ फैला हुआ है।

उन्होंने कहा कि सहकारी संस्थाओं का मुकाबला कोई नहीं कर सकता क्योंकि इनका अस्तितव हर क्षेत्र में है और प्रभु ने मोदी के समर्थन का आश्वासन दिया।

उन्होंने आगे कहा कि देश में हमें पारंम्परिक उद्योगों को विकसित करने की जरूरत है जिसमें चरखा उद्योग मुख्य है। चूंकि स्वयं सहायता समूह सहकारिता के सिद्धांतों पर काम करती हैं, और निजी कम्पनियों की कार्य क्षमता अच्छी है, सहकारिताओं को इन सब के साथ मिलकर काम करना चाहिये। उन्होंने सहकारिताओं की नेतृत्व क्षमता और मानव संसाधन विकास पर बल दिया।

भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ के अध्यक्ष डॉ चन्द्रपाल सिंह यादव ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि हमें सहकारिताओं से संबंधित एक संसदीय फोरम बनाने की आवश्यकता है ताकि संसद में सहकारिताओं की समस्याओं और विभिन्न मुद्दों पर प्रकाश डाला जा सके।

उन्होंने हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों का खंडन किया क्योंकि ये सिफारिशें शहरी सहकारी बैंकों को निजी कम्पनियों में बदलने पर बल दे रही हैं जिससे सहकारी बैंकों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा।

उन्होंने यह भी कहा कि डायरेक्ट टैक्स कोड बिल भी सहकारिताओं के लिए हितकारी नहीं है क्योंकि सहकारिताओं को आयकर की परिधि से बाहर रखना चाहिये चूंकि यह संस्थाएं निजी कम्पनियों की तरह केवल लाभ कमाने के लिए ही नहीं हैं।

डा. बिजेन्द्र सिंह, उपाध्यक्ष, भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।

इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय सहकारी संस्थाओं के प्रबंध निदेशकों/निदेशकों अन्य प्रतिनिधियों तथा अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने भाग लिया। वैकुंठ भाई मेहता की स्मृति में भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ हर वर्ष वैकुंठ भाई मेहता व्याख्यानमाला का आयोजन करता है।

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