नेफेड के निदेशक अशोक ठाकुर ने नीति आयोग की रिपोर्ट को मद्देनजर रखते हुए कांग्रेस और आप सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि इन दोनों सरकारों ने बिचौलियों का लाभ पहुंचाने का काम किया है। सरकार की नीति थिंक टैंक द्वारा किए गए एक अनुमान के अनुसार व्यापारियों ने प्याज की भारी कमी से 8,000 करोड़ रुपये का मुनाफा किया है।
इसी कराण से उपभोक्ताओं को इस साल व्यापारियों और बिचौलियों को अधिक रकम चुकानी पड़ी, सूत्रों का कहना है। इस चर्चा में कृषि मंत्रालय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), नेफेड के अधिकारियों समेत अन्य लोगों ने भाग लिया।
भारतीय सहकारिता से बातचीत में अशोक ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार की अतीत की नीतियों का उद्देश्य व्यापारियों को लाभ पहुंचाना था और आप सरकार उनके नकशे कदम पर चल रही है।
इससे पहले ठाकुर ने आप सरकार को प्याज की बढ़ती कीमतों के लिए दोषी ठहराया था। नेफेड के निदेशक अशोक ठाकुर ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने अनावश्यक रूप से अपनी कमजोरियों को छिपाने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की है।
श्री ठाकुर ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा था कि नेफेड ने दिल्ली सरकार को दाल की कीमतों में वृद्धि की संभावना के बारे में आप सरकार को एक पत्र लिखा था और इस विषय में सही कदम उठाने को कहा था लेकिन इस दिशा में कोई प्रयास नहीं किया गया।
नेफेड ने दिल्ली सरकार को चार बार पत्र लिखकर उनसे दाल का पर्याप्त स्टॉक रखने का आग्रह किया था लेकिन केजरीवाल सरकार ने नेफेड की चेतावनी पर बिल्कुल गौर नहीं किया।