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इफको का ऐतिहासिक कदम, तीसरी बार उर्वरक के दाम में कटौती

उर्वरक सहकारी संस्था इफको ने एक बार फिर किसानों के हित में उर्वरकों के दाम प्रति बोरी 50 रुपये कम किये है। इफको ने हाल फिलहाल में तीसरी बार कीमतों में कटौती की है। नई दरें 11 अक्टूबर 2019 से लागू हो गई हैं।

नई दर के अनुसार डीएपी प्रति बोरी 1200, एनपीके 10-26-26 प्रति बोरी 1175, एनपीके 12-32-16 प्रति बोरी 1185, एनपीक 20-20-0-13 प्रति बोरी 975 रुपये में मिलेंगी।

इफको की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, “अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे माल की कीमतों में गिरावट आई है और इसलिए इफको ने किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए उर्वरकों की दरों में कटौती की है।“

इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने नई दिल्ली में आयोजित पहले भारत अंतरराष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेले में इसकी घोषणा की।

इस घोषणा से कृषि निवेश लागत को कम करने तथा वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार करने में मदद मिलेगी।

बाद में अवस्थी ने ट्विटर के माध्यम से इसकी घोषणा की। “किसानों की लागत कम करने के उद्देश्य और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए इफको ने 50 रुपये प्रति बैग कॉम्प्लेक्स उर्वरकों की दर में कटौती की है।“

इससे पहले, 73 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, इफको ने किसानों को लाभ देने के उद्देश्य से कॉम्प्लेक्स उर्वरकों की दरों में 50 रुपये प्रति बैग की कमी की थी।

इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए कई केंद्रिय मंत्रियों के साथ-साथ राज्य मंत्रियों ने इफको की सराहना की और इस घोषणा को रीट्वीट किया। केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा के बाद यूपी के मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने भी ट्वीट कर इस खबर की जानकारी दी। गौड़ा ने लिखा “इफको ने डीएपी और एनपीके पर 1000 रुपये प्रति टन और प्रति बैग 50 रुपये की कीमत कम की है। इस कदम के लिए @इफको को मेरा हार्दिक धन्यवाद। मूल्य में इस कमी से हमारे देश के कृषक समुदाय को मदद मिलेगी। ”

इफको लेह-लद्दाख से केरल और कच्छ से अरुणाचल प्रदेश तक, देश भर में फैली 35000 से अधिक सहकारी समितियों के जरिए लगभग 5.5 करोड़ से अधिक किसानों को अपनी सेवाएं देती है।

इफको की गिनती दुनिया की सबसे बड़ी प्रसंस्कृत उर्वरक सहकारी समितियों में की जाती है। इसका कारोबार रुपये 27852 करोड़ (वित्त वर्ष 2018-19 में) का है। इफको के पाँच अत्याधुनिक संयंत्रों द्वारा पिछले वित्त वर्ष में 81.49 लाख मीट्रिक टन उर्वरकों का उत्पादन किया गया।

भारत में उत्पादित होने वाले फॉस्फेटिक और नाइट्रोजन उर्वरकों में इफको की हिस्सेदारी क्रमशः 27% और 20% है। वर्ल्ड कोआपरेटिव मॉनीटर रिपोर्ट में दुनिया के शीर्ष 300 सहकारी समितियों में इफको को पहला स्थान (जीडीपी पर प्रति व्यक्ति कारोबार के आधार पर) दिया गया है।

इफको आज एक वैश्विक ’भारतीय’ सहकारी संस्था है जिसके कारखाने सेनेगल, ओमान, दुबई और जॉर्डन में हैं और पूरे विश्व में यह सहयोग और समावेशी विचारों का प्रसार कर रहा है। उर्वरकों के अलावा, इफको जनरल इंश्योरेंस, रूरल मोबाइल टेलीफोनी, ऑयल एंड गैस और इंटरनेशनल ट्रेडिंग, फूड प्रोसेसिंग, ऑर्गेनिक्स जैसे क्षेत्रों में भी कारोबार करती है।

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