मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में “डिजिटल कॉपरेटिव बैंकिंग शिखर सम्मेलन 2017” को संबोधित करते हुए राज्य के सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटाइजेशन पर बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है, जो बैंकिंग परिदृश्य को बदलने में कारगर साबित हुआ है।
सारंग दिल्ली के सरिता विहार स्थित राष्ट्रीय श्रम सहकारी संघ की बोर्ड पर भी है और वर्तमान में श्रम सहकारी संस्था वित्तीय संकट से जुझ रही है।
सारंग ने मोदी सरकार की खूब प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद सरकारों द्वारा शुरू की गई कई योजनाओं का फायदा आम जनता को नहीं मिला लेकिन जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है तब से बड़ा परिवर्तन देखने का मिला है और योजनाओं को बिना किसी देरी से लागू किया जा रहा है।
सांरग ने बैंकों के प्रतिनिधियों से अपनी बैंकिंग गतिविधियों में नई तकनीकि का इस्तेमाल करने के लिए आह्वान किया। यह अफसोसजनक है कि सहकारी बैंकों को आम तौर पर शक की निगह से देखा जाता है, मंत्री ने दुखी भाव से कहा।
“जब मैं सहकारी मंत्री बना तो बैंकों की वित्तिय हालत बहुत खराब थी लेकिन अब उनमें से केवल तीन ही सही ढंग से अपना संचालन करने में सक्षम नहीं है। मुझे पता है शहरी सहकारी बैंकों की स्थिति इतनी अच्छी नहीं है क्योंकि उनकी विश्वसनीयता खत्म होती जा रही है, मंत्री ने टिप्पणी की”।
“हमारी सरकार पैक्स समितियों को कंप्यूटराइड करने पर बल दे रही है और सहकारी बैंकों को कोर बैंकिंग सलूशन से लैस करने की योजना बनाई जा रही है”, मंत्री ने कहा।
इस अवसर पर मंत्री ने घोषणा कि की अगले चार से पांच महीनों के अंतर्गत भोपाल नागरिक सहकारी बैंक को पुनर्जिवित किया जाएगा क्योंकि मैं व्यक्तिगत तौर से इसके कामकाज को देख रहा हूं।
अलका श्रीवास्तव, लक्ष्मी बाई महिला नागरिक सहकारी बैंक की अध्यक्ष और नेफकॉब की निदेशक ने मांग कि की सरकारी फंड सहकारी बैंकों में जमा किया जाना चाहिए क्योंकि ये बैंक सही ढंग से काम करने में सक्षम है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, यूबीडी, जनरल मैनजर, हमेंत कुमार सोनी ने कहा कि निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कई सहकारी बैंको में कोर बैंकिंग की व्यवस्था नहीं है। सहकारी बैंकों को अगर जीवित रहना है तो उन्हें नई प्रौद्योगियों को अपनाने के अलावा कोई ओर विकल्प नहीं है, उन्होंने सुझाव दिया।
कई गणमन्य व्यक्तियों में आईसीएम भोपाल के अध्यक्ष अरूण तौमर, निदेशक ए.के.अस्थना, महिला सहकारी बैंकों से कई प्रतिनिधियों समेत अन्य लोगों ने भाग लिया।