दूध सकारी संस्था जीसीएमएमएफ अपनी दूध प्रसंस्करण क्षमता अगले चार साल में बढ़ाकर 3.8 करोड़ लीटर प्रतिदिन करने के लिये करीब 2,500 करोड़ रपये निवेश करेगी।
गुजरात स्थित जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक आर एस सोढ़ी ने पीटीआई भाषा से कहा कि देश भर में दूध की मांग बढ़ रही है और इसीलिए हम अपनी दूध प्रसंस्करण इकाई की मौजूदा क्षमता 2.81 करोड़ लीटर प्रतिदिन में एक करोड़ लीटर प्रतिदिन का इजाफा करने की योजना बना रहे है।
सोढ़ी ने आगे कहा कि सहकारी संस्था 2020 तक यह क्षमता करना चाह रही है जिसके लिये करीब 2,500 करोड़ रुपये के निवेश की आवश्यकता होगी।
उन्होंने कहा कि फिलहाल हम कोलकाता और मुंबई में एक-एक दूध प्रसंस्करण संयंत्र तथा गुजरात में दो संयंत्र लगाने की योजना बना रहे हैं। इसके अलावा हमारी कुछ मौजूदा संयंत्रों में उत्पादन क्षमता बढ़ाने की योजना है। सहकारी संस्था की करीब 60 प्रसंस्करण इकाइयां हैं जिसमें से 40 गुजरात में है।
सोढ़ी ने कहा कि इसके अलावा हम चीज जैसे मूल्य वर्धित उत्पादों पर भी ध्यान दे रहे हैं और चीज उत्पादन क्षमता तीन गुना बढ़ाकर 120 टन प्रतिदिन किया है जो छह महीने पीछे 40 टन प्रतिदिन था।
उन्होंने कहा कि पिछले छह साल में अमूल का कारोबार तीन गुना बढ़कर 23,000 करोड़ रुपये हो गया है और 2020 तक इसे दोगुना करने का लक्ष्य है।